उत्तराखंड: घर के अंदर दबे मिले 16 महीनों से लापता परिवार के कई लोगों के शव, पढ़ें 10 अहम बातें
उत्तराखंड समाचार ,रुद्रपुर, Updated Sat, 29 Aug 2020 11:23 AM IST
फ़ाइल फ़ोटो -पुलिस |
1. रुद्रपुर में 16 महीनों से लापता परिवार के चार लोगों के शव उनके घर में दबे मिले। इस सनसनीखेज घटना से हर कोई सन्न है। उत्तराखंड के रुद्रपुर में तेरह बीघा जमीन और मकान हड़पने की नीयत से दामाद ने किराएदार साथी की मदद से सास-ससुर और दो सालियों की बेरहमी से हत्या कर दी।
आरोपी-फ़ाइल फ़ोटो |
2. शवों को घर में ही गड्ढा खोदकर दफनाने के बाद नया फर्श डाल दिया। करीब 16 महीने बाद जब दामाद ने संपत्ति अपने नाम करने की मंशा से मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने की कोशिश की तो रिश्तेदार के शक करने पर पूरा मामला खुल गया।
फ़ाइल फ़ोटो |
3. पुलिस ने घर के भीतर फर्श की खुदाई कर आरोपी दामाद नरेंद्र गंगवार के ससुर हीरालाल, सास हेमवती, उनकी बेटी दुर्गा और पार्वती के शव बरामद कर लिए हैं। ट्रांजिट कैंप की राजा कॉलोनी स्थित हीरालाल के घर पर पुलिस पहुंचते ही नरेंद्र और लीलावती के हाथ-पांव फूल गए।
आरोपी-फ़ाइल फ़ोटो |
4. पुलिस ने नरेंद्र को हिरासत में लेकर उसकी निशानदेही पर कमरे के अंदर खुदाई कराई। वहीं, शिकायतकर्ता दुर्गा प्रसाद पुलिस को जानकारी देता रहा। इसी बीच पहुंची लीलावती ने दुर्गा प्रसाद का गिरेबान पकड़कर बाद में देख लेने की धमकी दे डाली।
फ़ाइल फ़ोटो |
5. दरअसल, पूरी घटना का खुलासा पैगा नगरी तहसील बरेली निवासी मृतक के रिश्ते के नाती दुर्गा प्रसाद ने ही किया। उसने पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी। पड़ताल करने पर चार हत्याओं के सनसनीखेज मामले से पर्दा हटा।
पुलिस |
6. शुक्रवार शाम पुलिस जब दुर्गा प्रसाद से घर के बाहर पूछताछ कर रही थी तो लीलावती वहां पहुंच गई। उसने पति को झूठा फंसाने का आरोप लगाया। इसके बाद लीलावती ने दुर्गा प्रसाद का गिरेबान पकड़कर चेतावनी दी कि वह उसे बाद में देख लेगी।
शव - फ़ाइल फ़ोटो |
7. दुर्गा प्रसाद कुछ देर तक यह सब सुनकर सन्न रह गया। बाद में पुलिस ने लीलावती के साथ ही दुर्गा प्रसाद को भी शक के घेरे में लेकर पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। हालांकि बाद में हीरालाल को छोड़ दिया गया।
आरोपी-फ़ाइल फ़ोटो |
8. राजा कॉलोनी में जमीन से चार शवों के निकलने की घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली को सवालों के घेरों में खड़ा कर दिया है। शुक्रवार को चार शव मिलने के बाद पुलिस ने अपनी पीठ थपथपाने के लिए सत्यापन शुरू कर दिया। ट्रांजिट कैंप के एक दरोगा पूरे मोहल्ले में लोगों के घरों में जाकर पूछताछ करते नजर आए।
फ़ाइल फ़ोटो |
9. कमरे में शव गाड़ने की जानकारी जैसे ही लोगों को हुई तो बारिश के बीच सड़क से लेकर घरों की छतों तक लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। दोपहर बाद तीन बजे से लेकर देर शाम सात बजे तक लोग शवों को देखने के लिए खड़े रहे। लोगों को सड़क से अलग करने के लिए पुलिस कर्मियों ने कई बार खदेड़ा। लोगों की जुबां पर एक ही सवाल था कि चार लोगों को कैसे मारकर जमीन पर गाड़ दिया होगा।
फ़ाइल-फ़ोटो |